पान खाना पड़ सकता है महंगा: चूना, कत्था, सुपारी है हानिकारक- गुलकंद, सौंफ, सीड्स मिलाएं, जानें हेल्दी मुखवास खाने का सही तरीका

पान खाना पड़ सकता है महंगा: चूना, कत्था, सुपारी है हानिकारक- गुलकंद, सौंफ, सीड्स मिलाएं, जानें हेल्दी मुखवास खाने का सही तरीका

पान खाना पड़ सकता है महंगा: चूना, कत्था, सुपारी है हानिकारक- गुलकंद, सौंफ, सीड्स मिलाएं, जानें हेल्दी मुखवास खाने का सही तरीका

चूना और पान खाने के फायदे

अगर आप भी पान खाने के शौकीन हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है कि पान एक बेहतरीन और हेल्दी मुखवास है, लेकिन आपको इसे खाने का सही तरीका मालूम होना चाहिए। पान को हेल्दी कैसे बनाएं इसके बारे में बता रही हैं डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट शिल्पा मित्तल।

माउथ स्वीटनर, फ्रेशनर, पाचक, मेहमाननवाजी का प्रतीक… पान को कई नाम दिए जाते हैं। भारत से थाईलैंड और फिलीपींस से वियतनाम तक, पान खाना पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में लोकप्रिय है। पान के पत्तों पर गुलकंद, मुखवास, इलायची, केसर, भुना हुआ नारियल, किशमिश, सुपारी, बुझा हुआ चूने का पेस्ट जैसे विभिन्न भराव डाले जाते हैं। फिर पत्ती को एक साफ छोटे पार्सल में लपेटा जाता है और परोसा जाता है।

अधिकतर लोग पान चबाने को एक गलत आदत मानते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि पान स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है। पान के शौकीनों को यह जानकर खुशी होगी कि पान चबाने से एसिडिटी की समस्या से लेकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हेल्थ प्रॉब्लम से राहत मिलती है।

पान में सुपारी, चूना, कत्था मिलाना पड़ सकता है महंगा

डाइटीशियन शिल्पा मित्तल कहती हैं, “ये एक गलतफहमी है कि पान में चूना मिलाने से कैल्शियम की पूर्ति होती है, लेकिन सच ये है कि शरीर इसे जल्दी एब्जॉर्ब नहीं कर पाता, शरीर को इसे पचाने में बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। चूना खाने के लिए नहीं बना है इसलिए शरीर को उसे पचाने में तकलीफ होती है। पान के पत्ते में ही कैल्शियम, आयरन मौजूद है इसलिए उसमें चूना मिलाने की जरूरत नहीं है। पान के पत्ते में डाइजेस्टिव प्रोपर्टीज हैं, जो खाना पचाने में मदद करती हैं। पान को हेल्दी और टेस्टी बनाने के लिए आप उसमें गुलकंद, सौंफ, सीड्स, ड्राई फ्रूट्स मिला सकते हैं। जिन्हें डायबिटीज की शिकायत है वो पान में गुलकंद न मिलाएं। सुपारी, चूना, कत्था डालकर बना पान न खाएं, ये सेहत के लिए अच्छे नहीं हैं।”

पानके पत्ते के हेल्थ बेनिफिट्स:

• यह बहुत ठंडा है।

• सिर दर्द से राहत दिलाने में उपयोगी।

• नर्वस पेन के इलाज में फायदेमंद।

• पान के पत्तों में मूत्रवर्धक गुण होते हैं।

• यदि कफ की तकलीफ है, तो पान के पत्तों को सरसों के तेल में भिगोएं। फिर गर्म करके छाती पर लगाएं। ऐसा करने से कफ से राहत मिलती है और सांस लेने में होने वाली दिक्कत से छुटकारा मिलता है।

• पान एक बेहतरीन मुखवास है, हैवी खाना खाने के बाद पान खाने से उसे पचाने में मदद मिलती है।

ज्यादा पान खाना नुकसानदेह हो सकता है

गरिष्ठ भोजन के बाद कभी कभार पान खाना अच्छा है, लेकिन इसका बहुत ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है। दिन में दो बार भोजन के बाद सिर्फ पान का पत्ता चबाना ठीक है, लेकिन सुपारी, चूना, कत्था मिलाकर बनाया गया पान बहुत ज्यादा पान खाने से मुंह में छाले पड़ सकते हैं, दांत व मसूड़े खराब हो सकते हैं, मुंह का कैंसर तक हो सकता है, इसलिए बहुत ज्यादा पान खाने से बचें।

This post was last modified on Tháng mười một 18, 2024 6:25 chiều