जवां रहने का राज सहजन: डायबिटीज, हार्ट, गठिया, कब्ज, पथरी की तकलीफ से बचाए, जड़ से लेकर तना गुणकारी, आयुर्वेद में अमृत कहा गया

जवां रहने का राज सहजन: डायबिटीज, हार्ट, गठिया, कब्ज, पथरी की तकलीफ से बचाए, जड़ से लेकर तना गुणकारी, आयुर्वेद में अमृत कहा गया

जवां रहने का राज सहजन: डायबिटीज, हार्ट, गठिया, कब्ज, पथरी की तकलीफ से बचाए, जड़ से लेकर तना गुणकारी, आयुर्वेद में अमृत कहा गया

सहजन के फायदे और नुकसान

सहजन के पेड़ की जड़ से लेकर फल तक गुणकारी है। आयुर्वेद एक्सपर्ट्स की मानें तो सहजन के तने, पत्ते, छाल, फूल, फल और कई अन्य भागों का अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है, जो 300 से ज्यादा बीमारियों की दवा है। आइए, आयुर्वेदाचार्य आर पी पराशर से जानते हैं सहजन के फायदे।

फल, फूल, पत्तियां सब हैं गुणकारी

टेस्ट और न्यूट्रिशन से भरपूर ड्रमस्टिक यानी सहजन सिर्फ हेल्दी फूड नहीं, बल्कि इसके फूल, पत्तियां और फल बहुत फायदेमंद हैं। इसके नियमित सेवन से व्यक्ति हमेशा चुस्त-दुरुस्त और जवां रह सकता है। मेडिसिनल प्रॉपर्टी से भरपूर इस सब्जी को अलग-अलग बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सहजन में एंटीफंगल, एंटी वायरस, एंटी डिप्रेसेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। मिनरल्स से भरपूर सहजन कैल्शियम का नॉन-डेयरी सोर्स है। इसमें पोटेशियम, जस्ता, मैग्नीशियम, आयरन, तांबा, फास्फोरस और जस्ता जैसे कई न्यूट्रिशन हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद हैं।

ड्रमस्टिक को डाइट में कैसे शामिल करें

सहजन के फल और पत्तियों का इस्तेमाल तीन अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। पत्तियों को कच्चा, पाउडर या जूस के रूप में सेवन कर सकते हैं। सहजन की पत्तियों को पानी में उबालकर उसमें शहद और नींबू मिलाकर पिया जा सकता है। इसका इस्तेमाल सूप और करी में कर सकते हैं। रोगियों को रोजाना 2 ग्राम सहजन की सही खुराक डॉक्टर की सलाह से लेनी चाहिए। मेडिसिनल प्रॉपर्टी से भरपूर सहजन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। डायबिटीज के मरीज को रोजाना ड्रमस्टिक का सेवन करना चाहिए। यह अलग-अलग जगहों पर अलग नाम से जाना जाता है, जैसे सहजन, मोरिंगा, सूरजन, मुनगा आदि।

सहजन क्यों है अमृत

सहजन को आयुर्वेद में अमृत समान माना गया है। इसे 300 से ज्यादा बीमारियों की दवा माना जाता है। इसकी पत्तियां और फल, दोनों ही सब्जी बनाने के काम में आते हैं। सहजन की फली, हरी पत्तियों व सूखी पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। सहजन पत्तियों में विटामिन-सी होता है जो ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है। यह वजन घटाने में भी सहायक है। साउथ इंडिया में सहजन का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है।

सहजन खाने के फायदे

सहजन के फूलों का रस पिएं, इसकी सब्जी खाएं या सूप पीएं। ज्यादा फायदा चाहिए तो दाल में डालकर पकाएं। आंखों के लिए भी सहजन अच्‍छा है। आंखों की रोशनी कम हो रही हो तो सहजन की फली, पत्तियां और फूल का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए।

सहजन के फूलों के फायदे

सहजन के फूलों में प्रोटीन और कई तरह के विटामिन और न्यूट्रिशन होते हैं।

सहजन की पत्तियों के फायदे

सहजन की पत्तियों में प्रोटीन, बीटा कैरोटीन, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट के अलावा एस्कॉर्बिक एसिड, फोलिक और फेनोलिक मिलते हैं जो कई बीमारियों के इलाज में काम आते हैं।

सहजन खाने के नुकसान

डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। अपनाने से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

This post was last modified on Tháng mười một 18, 2024 12:13 chiều