नाभि में तेल डालने के फायदे
नाभि, जिसे ज्यादातर गैर-कार्यात्मक अंग के रूप में माना जाता है, काफी हद तक हेल्थ ठीक करने वाली बीमारियों में सुधार करनेमें मदद कर सकती है। नाभि कई नसों से जुड़ा होती है और इसलिए इसमें ब्लड सर्कुलेशन बहुत अच्छा होता है। इस मार्ग से शरीर में प्रवेश करने वाली कोई भी चीज ब्लडस्ट्रीम में जल्दी पहुंच सकती है और इसके लाभ अधिकतम कर सकती है।
- मूंगफली में छिपा है सेहत का खजाना, जानें इसे खाने के 8 फायदे
- Atibala: कई बीमारियों की काट है अतिबला – Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)
- Oats Benefits in Hindi: सेहत के लिए ओट्स के आश्चर्यजनक लाभ
- कब्ज से परेशान रहते हैं, पेट में मल सड़ रहा है, स्वामी रामदेव से जानिए कॉन्स्टिपेशन का परमानेंट इलाज
- पपीता खाने का सही टाइम क्या होता है? जानें
नाभि में विभिन्न प्रकार के तेलों का प्रयोग आयुर्वेद में एक पारंपरिक अभ्यास रहा है। नाभि पर लगाने के द्वारा हीलिंग थेरेपी के रूप में उपयोग किए जाने वाले कुछ आवश्यक तेलों में सरसों का तेल, जैतून का तेल, तिल का तेल और नारियल का तेल शामिल हैं। लेकिन आज हम आपको नाभि के तिल के तेल के फायदों के बारे में बता रहे हैं।
Bạn đang xem: मीरा की तरह नाभि में ये स्पेशल तेल लगाएं और अद्भुत फायदे पाएं
नाभि में तिल के तेल के फायदों के बारे में जानने से पहले, आइए देखें कि नाभि में तेल लगाने से वास्तव में कैसे काम होता है? अधिकांश स्वास्थ्य समस्याएं नसों में सूखेपन के कारण होती हैं। जब नाभि में तेल लगाया जाता है तो यह सूखी नसों तक पहुंचता है और इन नसों में ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है। इस प्रकार, यह स्वस्थ जीवन के लिए एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपाय है।
नाभि में तिल के तेल के फायदे
Xem thêm : चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी और गुलाब जल लगाने से दूर होती हैं ये 5 समस्याएं, जानें कैसे लगाएं
तिल का तेल एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है और लंबे समय से एक शक्तिशाली हीलिंग एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और साथ ही संभावित एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। आयुर्वेद अधिकतम लाभ पाने के लिए नाभि में तिल के तेल के उपयोग का वर्णन करता है। नाभि में तिल का तेल लगाने से जुड़े कुछ प्रमुख लाभ हैं-
नर्वस सिस्टम
आयुर्वेद के अनुसार तिल का तेल वात दोष को संतुलित करता है। वात दोष में गड़बड़ी असंतुलन, नींद में गड़बड़ी और बेचैनी से जुड़ा है। तिल का तेल इस वात दोष को संतुलित करके नर्वस सिस्टम को तत्काल आराम प्रदान करता है और तत्काल गर्माहट, पोषण और शांत प्रभाव प्रदान करता है।
डाइजेशन में मददगार
तिल का तेल हेल्दी डाइजेशन को प्रोत्साहित करने के लिए एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में काम करता है। यह बैक्टीरिया के इंफेक्शन और पेट के संक्रमण के इलाज में भी सहायक है। यह कब्ज दूर करने में भी मदद करता है। इस प्रकार, नाभि में तिल का तेल लगाने से भी डाइजेशन में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
ग्लोइंग त्वचा
तिल का तेल चेहरे की वाहिकाओं में ब्लड संचार को बेहतर बनाता है। यह, बदले में, त्वचा को नेचुरल ग्लो प्रदान करता है। साथ ही तिल के तेल के एंटी-बैक्टीरियल गुण मुंहासों और फुंसियों से लड़ने में फायदेमंद होते हैं। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने के लिए जाना जाता है। तो कुल मिलाकर त्वचा के लिए तिल के तेल के फायदे कमाल के हैं।
Xem thêm : Chandraprabha Vati: हितकारी है चंद्रप्रभा वटी – Balkrishan Ji (Patanjali)
इसे जरूर पढ़ें: ग्लोइंग स्किन पाने और हेल्दी रहने के लिए नाभि में लगाएं ये 6 तेल
नाभि में तिल के तेल का इस्तेमाल कैसे करें?
- नाभि में तिल का तेल लगाने से बहुत अधिक लाभ मिलते हैं। इस तेल को नाभि में लगाने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें।
- कॉटन की मदद से तिल के तेल की कुछ बूंदें लें और नहाने के बाद इन्हें धीरे से नाभि एरिया पर लगाएं। अधिकतम लाभ के लिए इसे रोजाना दोहराएं।
- सोने से पहले ड्रॉपर की मदद से 2 बूंद तिल का तेल लें। इन बूंदों को नेवी एरिया में धीरे-धीरे डालें। तेल की बूंदों को डालने से पहले नाभि एरिया को साफ करना सुनिश्चित करें।
- नाभि की मालिश करते समय कोमल रहें क्योंकि यह एरिया बहुत नाजुक और संवेदनशील होती है।
यदि आप मीरा कपूर से प्रेरणा लेना चाहते हैं और अपनी स्किन केयर रुटीन में तिल का तेल जोड़ना चाहती हैं, तो इसे करने का सबसे अच्छा तरीका जानने के लिए अपने स्किन स्पेशलिस्ट से परामर्श करें।
अगर आपको भी स्किन से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Recommended Video
Image Credit: Shutterstock & Instagram
Nguồn: https://vuihoctienghan.edu.vn
Danh mục: फ़ायदा
This post was last modified on Tháng mười một 18, 2024 2:01 chiều