अरंडी तेल के फायदे और नुकसान व उपयोग | Castor Oil in Hindi

अरण्डी का तेल पीने के फायदे और नुकसान
अरण्डी का तेल पीने के फायदे और नुकसान

अरंडी का तेल मुख्य रूप से बालों और त्वचा के लिए इस्तेमाल होता है लेकिन पुराने समय से कई विकारों को ठीक करने में इस तेल का उपयोग किया जाता रहा है। यह मानव के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।

अरंडी का तेल क्या है – What Is Castor Oil in Hindi

यह एक वनस्पति तेल है जो वर्षों से इस्तेमाल किया जा रहा है। रिकिनस कम्युनिस पौधों के बीजों से तेल निकाल कर बनाया जाता है। जिन्हें कैस्टर बीज कहते है। अरंडी के तेल में पाया जाने वाला रिकिन विषैला एंजाइम होता है जो ताप प्रक्रिया से गुजरने के बाद निष्क्रिय हो जाता है।

अन्य भाषाओं में एरंड का नाम – Name of Castor Oil or Arandi in Different Languages in Hindi

अरंडी का वानास्पतिक नाम रिसिनस कॉम्युनिस है इसे अन्य प्रांतों में अलग अलग नामों से जाना जाता है।

हिंदी – अरंड, एरंड, एरंडी, रेंड़ी

अंग्रेजी – कैस्टर ऑयल

संस्कृत – एरण्ड, आमण्ड, चित्र, गन्धर्वहस्तक, पञ्चाङ्गुल, दीर्घदण्ड, वातारि, उरुबक, चित्रबीज, उत्तानपत्रक, व्याघपुच्छ

असम – इरी

कन्नड़ – हरलु

ओड़िआ – भेरोन्टा , ऐरॉन्डो

तेलुगु – आमुडामु , एरंडमु

कोकणी – एरेन्डी

गुजराती – एरंडो , एरंडियों ड़ेवेली , अवुडालु , अवुडुल

तमिल – आमणककम्, एरण्डम

मराठी – एरंड, एरंडी

पंजाबी – अनेरू , अरण्ड

बंगाली – भेरेंडा

नेपाली – अँडेर

पारसी – बेद ञ्जीर , तुख्मे वेद ञ्जीर

मलयालम – चिट्टावणकफ , आवणकका, अवनक्कू

अरबी – खिरवा , बज्रुल खिर्बआ

उर्दू – एरण्ड

एरंड के फायदे – Castor Oil Benefits in Hindi

अरंडी के तेल में पाए जाने वाले गुणों की वजह से यह स्वास्थ्य और सुंदरता दोनों में फायदा करता है। जानते है अरंडी के तेल के फायदे।

१. खाँसी में लाभ –

३ मिली अरंडी के तेल में ५०० मिलीग्राम अरंडी के पत्ते क्षार मिलाये और समान मात्रा में ही गुड़ मिलाकर सेवन करने से खाँसी दूर होती है।

२. काले धब्बे साफ़ करे –

अरण्डी का आयल और नारियल के तेल की कुछ बुँदे ले और इसे चेहरे के काले धब्बो पर लगाए इससे काले धब्बे मिट जाएंगे।

३. गठिया रोग में –

गठिया रोगी व्यक्ति की अरंडी के तेल से मालिश करने पर उसे दर्द में आराम होता हैं। यह मांसपेशियों के दर्द को कम करता है।

४. कब्ज में फायदा –

कब्ज के लिए कैस्टर ऑयल का उपयोग कैसे करें तो इसके लिए आधा चम्मच तेल एक कप गर्म दूध में मिलाकर पियें।

५. बालों के लिए –

इस तेल को बालों की सुंदरता और बालों की समस्या के लिए प्रयोग किया जाता है। बालों में अरंडी का तेल लगाने से बाल चमकदार, लम्बे, घने होते है। इससे बालों का रूखापन और डैंड्रफ भी खत्म हो जाती है।

६. पेट की चर्बी कम करे –

हरे अरंड की २० – ५० ग्राम जड़ ले इसे धोकर कूट ले। अब २०० मिली पानी में पका ले। ५० मिली रह जाने पर इसका सेवन करे इससे पेट कम होगा।

७. पाइल्स से छुटकारा –

२० से ३० मिली अरंड के पत्ते का काढ़ा बनाकर १५ मिली एलोवेरा के रस में मिलाकर सुबह शाम पीने से पाइल्स में लाभ होगा।

८. किडनी की सूजन कम करने में सहायक –

किडनी की सूजन को कम करने में अरंड की मींगी को पिसे। इसे गर्म करके पेट के आधे भाग में लेप करे सूजन में आराम होगा।

९. आँखों में –

अरंडी के तेल की कुछ बुँदे ले और आँखों के आसपास हल्की मालिश करे इससे आँखों की सूजन में आराम होगा।

१०. झुर्रिया मिटाये –

यह मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है जो समय से पहले आने वाले बुढ़ापे को रोकता है और झुर्रियों को खत्म करता है।

११. साइटिका के दर्द को कम करे –

यह साइटिका के दर्द को कम करने में मदद करता है।

१२. मासिक विकार में राहत –

पीरियड्स में होने वाले दर्द से छुटकारा पाने के लिए अरंड के पत्ते गर्म करके पेट पर बाँधने से लाभ होता है।

१३. मस्से के लिए –

एलोवेरा रस में अरंडी का तेल मिलाकर लगाने से मस्सों की जलन में राहत मिलती है।

१४. शरीर की मालिश –

बॉडी मसाज के लिए इस तेल का उपयोग कर सकते है इससे बॉडी पर चमक आती है।

१५. पलकों के लिए –

पलकों को सुंदर, घना बनाने के लिए इस तेल को पलकों पर लगाया जाता है।

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एरण्ड का सेवन करने के दुष्परिणाम – Side Effects of Castor Oil in Hindi

अरंडी का तेल कुछ मामलों में हानिकारक होता है। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से उल्टी, दस्त या पेट में मरोड़ भी लग सकती है। यह आमाशय के लिए भी हानिकारक है। गर्भवती महिलाओं को भी इसके सेवन से बचना चाहिए।

गर्भावस्था में अगर आप इसका सेवन करना चाहती है या छोटे शिशु को अरंडी का तेल देना है तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर से पूछे।

एरंड का सेवन कैसे करना चाहिए – How to Consume Castor Oil in Hindi

एरंड का सेवन करने के लिए एरंड के मूल, पत्ते, बीज, पुष्प का प्रयोग किया जाता है।

नीचे बताई गई एरंड के सेवन की मात्रा का प्रयोग आप कर सकते है।

एरंड के बीज : २ से ६ दानें

तेल : १० – २० मिली

पत्ते का काढ़ा : २० – ४० मिली

चूर्ण : २ – ४ ग्राम

कब्ज के लिए कैस्टर ऑयल का उपयोग कैसे करें – How to Use Castor Oil for Constipation in Hindi

वयस्कों को अगर कब्ज की समस्या है तो अरंडी के तेल की खुराक 15 मिलीलीटर ले सकते है यदि आपको अरंडी के तेल का स्वाद पसंद नहीं है तो इसे आप ठंडा करके भी सेवन कर सकते है।

आप इसे फ्रिज में रख दे या फलों के रस में मिलाकर भी पी सकते है यह तेल जल्दी असर करता है आपको इसका परिणाम २ से ४ घंटे ही देखने को मिल जाएगा।

इसे रात को सोने से पहले ना ले यह आपकी नींद में खलल पैदा कर सकता है। अरंडी का तेल ज्यादा समय तक नहीं लेना चाहिए। लम्बे समय तक इसे पीने से यह आंतों में मांसपेशियों की टोन को कम कर सकता है। अगर आपको कब्ज की ज्यादा समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श करना ही सही होगा।

एरंड कहां पाया और उगाया जाता है – Where Is Arandi Is Found or Grown in Hindi

अरंडी तेल का पेड़ पूर्वी अफ़्रीका, दक्षिण-पूर्वी भूमध्य सागर एवं भारत की उपज है। अब यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भी पाए जाते है। अरंडी का पेड़ एक तरह की बारहमासी झाड़ी होती है जो एक पुष्पीय पौधे से निकलती है। यह कमजोर होती है।

इसकी पत्तियॉ चमकदार होती है। १५-४५ सेमी तक पत्तियॉ लंबी होती है। तना और जड़ के खोल का रंग अलग – अलग होता है।

निष्कर्ष :

स्वास्थ्य से लेकर सुंदरता में अरंडी का तेल उपयोग किया जाता है। लेकिन इसके फायदे के साथ ही इसके दुष्परिणाम को ध्यान में रख कर इसका उपयोग करे। इसकी सीमित मात्रा का ही सेवन करे और किसी भी तरह का दुष्प्रभाव दिखने पर तुरंत डॉक्टर को बताये।

This post was last modified on Tháng mười một 18, 2024 12:48 chiều