सोमवार का उपवास जैसा कि ज्ञात है कि यह भगवान शिव के नाम पर मनाया जाता है। सोमवर शब्द संस्कृत के सोम शब्द से बना है जिसका अर्थ है चंद्रमा अर्थात हिंदू देवता चंद्र। साथ ही भगवान शिव को ‘सोमेश्वर’के रूप में जाना जाता है क्योंकि वे अपने उलझे हुए बालों पर अर्धचंद्राकार चंद्रमा पहनते हैं। सोमवार व्रत भगवान सोमेश्वर को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन किया किया जाता है और इससे मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। भले ही यह व्रत किसी भी सोमवार को मनाया जाये लेकिन हिंदू कैलेंडर में विशेष सोमवारों का उल्लेख है जिसमें अमावस्या के दिन सोमवार बहुत लोकप्रिय है। जी हाँ, किसी भी महीने की अमावस्या के बाद पहला सोमवार बहुत लोकप्रिय है। यह महीना शिवरात्रि पर्व के लिए जाना जाता है। जब कोई चंद्र दिवस या अमावस्या सोमवार को नहीं पड़ती है, तो सोमवार व्रत करना बहुत सही माना जाता है। इसे ‘सोमवती अमावस्या’भी कहा जाता है।
- Shankhpushpi Ke Fayde: शंखपुष्पी के ज़बरदस्त फायदे
- Olympiad 2022: क्या आप जानते हैं ओलंपियाड परीक्षा किस तरह दी जाती है और इसके क्या लाभ होते हैं
- मखाना खाने से शरीर को मिलते हैं ये 5 जबरदस्त फायदे, डाइट में करें शामिल
- स्टेमिना बढ़ाने में सहायक है पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण : Patanjali Ashwagandha Powder
- सौंफ और मिश्री खाने से शरीर को मिलेंगे ये 5 जबरदस्त फायदे, इस तरह से करें सेवन
सोमवार व्रत का पालन भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से किया जाता है। महाराष्ट्र, गुजरात और भारत के उत्तरी राज्यों में, हिंदू महीना श्रावण और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार जुलाई से अगस्त करते है। दक्षिण भारतीय राज्यों कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में, हिन्दू महिना कार्तिक में पड़ने वाले सोमवारों को पवित्र माना जाता है। जबकि भारत के तमिलनाडु राज्य में, तमिल माह कार्तिगई (नवंबर-दिसंबर) के महीने में सोमवार का दिन शुभ माना जाता है और इसे ‘कार्तिकई सोमवरम’के रूप में मनाया जाता है।
Bạn đang xem: सोमवार व्रत विधि और लाभ
सोमवार व्रत विधि
Xem thêm : भीगे चने खाने से सेहत को मिल सकते हैं ये 6 फायदे, रोज सुबह खाली पेट करें सेवन
सोमवार व्रत सोमवार के दिन सूर्योदय से शुरू होता है। इस व्रत का पालन करने वाले को सुबह उठकर परम शिव का ध्यान करना चाहिए। तत्पश्चात पवित्र स्नान करने के बाद, भक्त अपनी प्रार्थना को भगवान शिव और देवी पार्वती को अर्पित करते हैं। साथ ही जो व्रत करता है उसे इस दिन सफेद रंग की पोशाक पहननी चाहिए।
इसके अलावा इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है परसाद चढ़ाई जाती है। इस व्रत के दिन भक्त भगवान शिव को भस्म (विभूति) और बिल्व पत्र भी चढ़ाते हैं क्योंकि ये भगवान के पसंदीदा माने जाते हैं। इस दिन नैवेद्य या विशेष भोजन का प्रसाद भी चढ़ाया जाता है। जबकि शिवलिंग पर सफेद फूल चढ़ाने का भी बहुत महत्व है।
बाद में शाम को सोमवार व्रत कथा पढ़ी जाती है। भक्त पूरे दिन ‘ओम नमः शिवाय’का उच्चारण करते हैं। सोमवार व्रत का पालन करने वाला पूरी तरह से उपवास कर सकता है या दोपहर के बाद एक बार भोजन कर सकता है। जबकि भक्त साबुदाना खिचड़ी या फल खाकर भी आंशिक उपवास रख सकते है।
भक्त सुबह के सामान्य अनुष्ठान और प्रार्थना करने के बाद अगले दिन अपना उपवास समाप्त करते हैं। फिर प्रसाद को अन्य भक्तों में बांटते है। आमतौर पर सोमवार व्रत करने वाले भक्त सुबह और शाम के समय किसी भी भगवान शिव के मंदिर जाते हैं। यदि फिर भी, यह संभव नहीं है, तो उनके घर पर ही प्रार्थना की जा सकती है।
ये है सोमवार व्रत के लाभ
वैसे तो सोमवार व्रत से हर किसी को लाभ होते है लेकिन कुछ अलग भी है जिनके बारे में आपको जानना चाहिए। बता दें कि युवा अविवाहित लड़कियां अच्छे पति पाने के लिए इस व्रत का पालन करती हैं। जबकि विवाहित जोड़े भी व्रत का पालन करते हैं और शिव और पार्वती के दिव्य जोड़े की प्रार्थना करते हैं और शांतिपूर्ण पारिवारिक जीवन की मांग करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि सोमवर व्रत के पालनकर्ता को दुनिया के सभी सुखों का आनंद लेने के लिए आशीर्वाद मिलता है। इस व्रत से घर में हमेशा शांति बनी रहती है और सुख रहता है और इसी कारण आज इसे अनगिनत संख्या में भक्त रखते है।
सोमवार व्रत का अंग्रेजी अनुवाद पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
Nguồn: https://vuihoctienghan.edu.vn
Danh mục: फ़ायदा